1964 की हिरोशी तेशिगहारा (Hiroshi Teshigahara) द्वारा निर्देशित जापानी फ़िल्म ‘वुमन इन द ड्यून्स’ को कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले हैं....
Read moreमशहूर छापा कलाकार पद्मश्री श्याम शर्मा से (जन्म: 8 फरवरी 1941) के. मंजरी श्रीवास्तव की यह बातचीत छापा कला (प्रिंट...
Read moreइज़ाबेल आलबुकर्क की ‘Orgy For Ten People In One Body’, मूर्ति शिल्प की चर्चित अंतरराष्ट्रीय प्रस्तुति है. इस प्रदर्शनी और...
Read moreनम्बर, 2022 में ‘विश्व सिनेमा से कुमार अम्बुज’ की चौदहवीं कड़ी के साथ यह स्वीकारोक्ति भी नत्थी थी- “यह पूर्ण...
Read moreअपने प्रिय साहित्यकारों को उनके जन्म दिन के बहाने याद करने का जतन हम सब करते ही हैं. आज मणिपुरी...
Read moreपत्थर, बजरी, तीलियाँ और धागे आदि को मिलाकर कविता जैसी कोई कृति भी क्या बन सकती है. भोपाल में कुछ...
Read moreसंगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित जयपुर घराने की वरिष्ठ कथक नृत्यांगना प्रेरणा श्रीमाली की पुस्तक ‘तत्कार’ की चर्चा कर...
Read more‘विश्व सिनेमा से कुमार अम्बुज’ की शुरुआत पिछले वर्ष सर्दियों की उठान के साथ हुई थी. लगभग एक वर्ष में...
Read moreकलाओं के क्षेत्र में मध्य प्रदेश द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित कालिदास सम्मान (2021) रंगमंच लिए राजीव वर्मा को आज...
Read more‘विश्व सिनेमा से कुमार अम्बुज’ श्रृंखला कालजयी फ़िल्मों को समझने और अपने समय को बूझने की गहरी अंतर्दृष्टि देती है,...
Read moreसमालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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