हिंदी फिल्मों में अभिनेता और निर्देशक दोनों भूमिकाओं में देव आनंद (26/9/1923– 3/12/2011) चर्चित रहे. अपने अंदाज़ और तेवर से...
Read moreकलाओं के सामाजिक दृष्टिकोण को समझना उसके अर्थ का ही विस्तार है. कई महत्वपूर्ण फिल्मों के समाजशात्रीय अध्ययन हुए हैं....
Read moreकला-वीथिकाओं में कलाकृतियाँ होती हैं, दर्शक और व्यवस्थापक होते हैं. इन तीनों के आपसी रिश्तों पर निर्देशक जेम कोहेन ने...
Read moreपरमाणु बम के जनक जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर (१९०४-१९६७) के जीवन पर आधारित क्रिस्टोफर नोलान निर्देशित फिल्म ‘Oppenheimer’ अभी जल्दी ही...
Read moreप्रारम्भिक भारतीय चित्रकारों में चित्तप्रसाद (1915-1978) ऐसे पहले चित्रकार हैं जिन्होंने पीड़ित जनता को प्रमुखता से चित्रित किया है, उन्हें...
Read moreप्रसिद्ध कवि-लेखक लीलाधर मंडलोई का एक व्यक्तित्व कला-साधक का भी है, संगीत और रंगों में रमने वाला. इधर उनके चित्रों...
Read moreलेखक, सामाजिक कार्यकर्ता और फ़िल्म निर्देशक ऐ वेवेई (Ai Weiwei) चीन के महत्वपूर्ण कवि ऐ चिंग (Ai Qing) के पुत्र...
Read moreके. मंजरी श्रीवास्तव रंगमंच की देसी-विदेशी गतिविधियों से गहरे जुड़ी हैं. युवा नाट्य निर्देशकों के रंगमंचीय प्रयोगों को वह उत्सुकता...
Read more1964 की हिरोशी तेशिगहारा (Hiroshi Teshigahara) द्वारा निर्देशित जापानी फ़िल्म ‘वुमन इन द ड्यून्स’ को कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले हैं....
Read moreमशहूर छापा कलाकार पद्मश्री श्याम शर्मा से (जन्म: 8 फरवरी 1941) के. मंजरी श्रीवास्तव की यह बातचीत छापा कला (प्रिंट...
Read moreसमालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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