संस्मरण

नलिन विलोचन शर्मा : शिवमंगल सिद्धांतकर

नकेनवादी,  प्रपद्यवादी कवि, आलोचक और चिंतक नलिन विलोचन शर्मा हिंदी में रहस्य की तरह हैं और उनके लेखन तथा व्यक्तित्व को लेकर रुचि अभी भी बनी हुई है जैसे मलयज...

स्मृति : भीमसेन त्यागी : मोहन गुप्त

कथाकार भीमसेन त्यागी पर यह स्मृति आलेख मोहन गुप्त ने लिखा है. इस आलेख में साहित्य, प्रकाशन और संघर्ष का पूरा एक युग समाया हुआ है. भीमसेन त्यागी को समझने...

विष्णु खरे स्मृति: हरि मृदुल

विष्णु खरे स्मृति: हरि मृदुल

विष्णु जी का प्रस्थान स्तब्ध करने वाला था. जो व्यक्ति अपने लेखन और अपने होने से साहित्य और विचारों की दुनिया को गहरे प्रभावित कर रहा था, देखते देखते उसकी...

बीजो की यात्रा : सत्यदेव त्रिपाठी

मनुष्य भी जानवर है, पर विकसित होकर उसने सबसे बुरा व्यवहार जानवरों से ही किया, जो उपयोगी थे उन्हें पालतू बना लिया. कहते हैं कुत्ते मनुष्य के सबसे पुराने साथी...

बटरोही : हम तीन थोकदार (दो)

वरिष्ठ कथाकार बटरोही के आख्यान ‘हम तीन थोकदार’ की यह दूसरी किश्त है. इतिहास, संस्कृति, और मिथक कैसे बनते और बदलते रहते हैं इसे यहाँ देखा जा सकता है. कथारस...

नंदकिशोर नवल : आलोचक का दायित्व-बोध : विमल कुमार

हिंदी के प्रसिद्ध आलोचक प्रो. नंदकिशोर नवल (२ सितंबर,१९३७ - १२ मई,२०२०) संपादक भी थे उन्होंने ‘धरातल,’ ‘उत्तरशती,’ ‘आलोचना’ और ‘कसौटी’ जैसी पत्रिकाओं का संपादन किया. अकादमिक महत्व के कार्यों...

शशिभूषण द्विवेदी : मैं उसके फोन का इंतज़ार कर रहा हूँ : हरे प्रकाश उपाध्याय

कथाकार शशिभूषण द्विवेदी के कुसमय चले जाने से हिंदी साहित्यिक समाज अवसाद में है. शशिभूषण द्विवेदी अपनी तीखी बेलौस कहानियों के कारण जाने जाते थे. दिल्ली जैसे महानगर में कलम...

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