साहित्य

‘अंग्रेजी ढंग का नावेल’ और भारतीय उपन्यास: नामवर सिंह

‘अंग्रेजी ढंग का नावेल’ और भारतीय उपन्यास: नामवर सिंह

प्रेमचन्द साहित्य संस्थान गोरखपुर से संपादक केदारनाथ सिंह और सह संपादक सदानंद शाही द्वारा 'साखी' पत्रिका का प्रवेशांक अक्तूबर-दिसम्बर,१९९२ में...

अच्युतानंद मिश्र की कविताएँ

“महाभारत मात्र एक ऐतिहासिक महाकाव्य नहीं है. उसमे वर्तमान भी है. हम सबका वर्तमान. वर्तमान के गर्भ से भविष्य निकलता...

गुंटर ग्रास : विष्णु खरे

गुंटर ग्रास : विष्णु खरे

महान जर्मन लेखक गुंटर ग्रास (१६ अक्तूबर १९२७-१३ अप्रैल २०१५) का भारत से गहरा रिश्ता था. उनकी विख्यात कृति ‘त्सुंगे...

अविनाश मिश्र की कविताएँ

अविनाश मिश्र की कविताएँ

अविनाश मिश्र अपने पद्य और गद्य दोनों से लगातार ध्यान खींच रहे हैं. उनके लिखे की प्रतीक्षा रहती है. उनकी...

मीरा बाई : माधव हाड़ा

मीरा बाई : माधव हाड़ा

माधव हाड़ा की आलोचना पुस्तक ‘पचरंग चोला पहर सखी री’ जो भक्तिकाल की कवयित्री मीरा बाई के जीवन और समाज...

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