महेश वर्मा की कविताएँ
युवा पीढ़ी के बेहद प्रतिभाशाली कवि. कुछ नयी कविताएँ प्रस्तुत हैं.
युवा पीढ़ी के बेहद प्रतिभाशाली कवि. कुछ नयी कविताएँ प्रस्तुत हैं.
युवा चर्चित कवि गिरिराज किराडू किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. हिंदी कविता का समकालीन चेहरा उन्हें शामिल किए बिना अधूरा है और इस तरह का कोई खल –कूट -...
रंग–पर्व पर आशुतोष दुबे की इन कविताओं में ऋतु के करवट लेने की आहट है, हर रंग का अपना निहितार्थ होता है और वह भी कही ख़ुशी से खिल पड़ता...
समकालीन हिंदी कविता दुहराव और घिस चली भंगिमाओं के एक मकड़जाल में है. न जाने कवि किस दुनिया की चाह में इसे रचे जा रहे हैं. कविता सुनते-पढ़ते कई चिरपरिचित...
युवा अच्युतानंद मिश्र की इन व्यस्क कविताओं में जीवन और आजीविका की यातना के स्वरों का आरोह- अवरोह है. समकालीन हिंदी कविता केवल स्वप्न और आकांक्षा की ही कविता नहीं...
क्यूं लिखना कविता का _____________________________________लिखने का आलम क्यूंआधी दुनिया या पूरी दुनिया केदु:ख के समन्दर में डूबने की प्रवृत्तिअन्दर निराशा भर लेने की प्रवृत्तिघुटने की प्रवृत्तिसंवेदनाओं में त्राहिमाम-त्राहिमामहोगा, कितनी तबाहियांफिर...
गिरिराज किराडू की कुछ नई कविताएँ पहली बात तो यह है कि गिरिराज की कविताओं का हिंदी में कोई पूर्वज नहीं हैं पर इन कविताओं में हिंदी उर्दू के पूर्वज...
सृजनशीलता रहस्यमय वस्तु समझी जाती है, खासकर कलाओं में - कविता के ‘उतरने; की बात कही जाती है किसी खास मनोदशा में कुछ घटित होता है- और रचना संभव हो...
शिरीष कुमार मौर्य की इन चारों कविताओं में एक युवा की नैतिक और सामाजिक जबाबदेही मुखर हुई है. ‘पूंजी के क्रूर प्रवाह’,‘ग़लत नीतियों’ और ‘राजनीति में विकल्पहीनता’ के जुनूनी दौर...
कविता में बारिश प्रेमचंद गांधी ऋतुएं हमारी काव्य-परम्परा के विषय और आलम्बन दोनों रहे हैं. कवि प्रेमचंद गांधी ने इन कविताओं में बारिश को अनके...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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