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परख : बारिशगर : प्रत्यक्षा

बारिशगर : प्रत्यक्षाप्रकाशक- आधार प्रकाशन, पंचकुला (हरियाणा)प्रथम संस्करण-2019मूल्य-180 रुपयेप्रत्यक्षा का नया उपन्यास ‘बारिशगर’ चर्चा में है. प्रत्यक्षा कविता और पेंटिग में भी गति रखती हैं. उनका कथा-साहित्य अपने अनूठे शिल्प...

रेणु, पटना और पत्र : निवेदिता

कल महान कथाकार फणीश्वर नाथ रेणु की पूण्यतिथि थी, उन्हें याद कर रहीं हैं निवेदिता. रेणु, पटना और पत्र                       ...

सबद – भेद : जयप्रकाश मानस की कविता : सदाशिव श्रोत्रिय

कृति : Saks Afridiलोगबाग तकनीक तो आधुनिकतम चाहते हैं, पर कविता उन्हें पुरानी चाहिए. किसी भी जीवित समाज में यह संभव नहीं है. साहित्य अपने रूप में भी बदलाव करता है....

मंगलाचार : अमिताभ चौधरी

\"बहुत कोमल हैटूटे हुए पत्ते की ऐंठ.     औरबहुत करुण ---ऐंठ के टूटने की कर्कश-ध्वनि.\"अमिताभ चौधरी राजस्थान के जिला चुरु के थिरपाली गाँव में रहते हैं, उम्मीद के साथ ये कविताएँ आपके...

रमणिका गुप्ता : एक युद्धरत औरत का जाना : विपिन चौधरी

रमणिका गुप्ता ने बहुत लिखा है, वह ट्रेड यूनियन की नेता थीं, विधायक भी रहीं. आदिवासियों के लिए उनके सरोकार बहुत मुखर थे. ‘युद्धरत आम आदमी’ का वह संपादन करती...

सबद – भेद : महादेवी वर्मा और आलोचना का मर्दवादी जाल : श्रीधरम

हिंदी साहित्य में मीरा के पश्चात लम्बे अंतराल के बाद एक स्त्री अपनी प्रखर चेतना के साथ उपस्थित होती है, उस लेखिका का नाम है महादेवी वर्मा (२६ मार्च १९०७—११...

परख : जलावतन (लीलाधर मंडलोई) : मीना बुद्धिराजा

जलावतनलीलाधर मंडलोईप्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ, नयी दिल्लीप्रथम संस्करण : 2018मूल्य :रू.200वरिष्ठ कवि लीलाधर मंडलोई इधर पेटिंग और फोटोग्राफी में भी सक्रिय हैं. लेखन, अनुवाद, संपादन का बहु अनुभव है. जलावतन उनका...

उदय प्रकाश से संतोष अर्श की बातचीत : अंतिम क़िस्त

समालोचन पर हमारे समय के महत्वपूर्ण लेखक उदय प्रकाश से युवा आलोचक और कवि संतोष अर्श की लम्बी बातचीत की यह तीसरी और अतिम क़िस्त है. पूरी बातचीत बहुत ही...

परख : इन हाथों के बिना (नरेन्द्र पुण्डरीक) वाज़दा ख़ान

वरिष्ठ कवि नरेन्द्र पुण्डरीक का यह पाचवां संग्रह है जिसे बोधि प्रकाशन ने सुरुचि से छापा है. इसकी समीक्षा कवयित्री  और चित्रकार वाज़दा ख़ान की कलम से .इन हाथों के बिना  ...

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