हे रा म: दास्तान-ए-क़त्ल-ए-गांधी: कृष्ण कल्पित
राष्ट्रपिता गांधी की हत्या भारतीय सभ्यता का ऐसा घाव है जो अभी भी खुला हुआ है और दुखता रहता है. ...
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राष्ट्रपिता गांधी की हत्या भारतीय सभ्यता का ऐसा घाव है जो अभी भी खुला हुआ है और दुखता रहता है. ...
किसी भी पत्रिका के लिए किसी युवा को प्रस्तुत करना ख़ास ख़ुशी का अवसर होता है. सहृदय समाज के समक्ष ...
रोहिणी अग्रवाल आलोचक हैं, कथा-आलोचना में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं. कहानियों के दो संग्रह भी प्रकाशित हैं. प्रस्तुत कविताओं में ...
सपना भट्ट की इन कविताओं में एकांत, प्रतीक्षा और स्मृति की छवियां हैं, इनमें गहराई और तीव्रता है. वेदना और ...
बुद्धिजीवी की एक विशेषता यह भी होती है कि वह समकालीन समस्याओं को अतीत से जोड़ कर समझने का प्रयास ...
‘इस तरह खत्म होती है दुनिया/धमाके से नहीं रिरियाहट से.’ नोबेल पुरस्कार प्राप्त- कवि, आलोचक, नाटककार और संपादक टी एस ...
वरिष्ठ कवि लीलाधर मंडलोई इधर आप्रवासी कविताओं पर कार्य कर रहें हैं. उन्होंने विश्व के कई कवियों का हिंदी में ...
मंजुला बिष्ट उदयपुर (राजस्थान) में रहती हैं, उनकी कविताएँ यत्र-तत्र प्रकाशित हो रहीं हैं. उनके पास पहाड़ की स्मृतियाँ हैं और ...
‘क्या यह आग पीकर जीने का जलता हुआ समय है?’मुक्तिबोध के मित्र रहे नब्बे वर्षीय मलय (जन्म: 19 नवम्बर, 1929,जबलपुर) ...
‘निकले तख़्त की खातिर दर-ब-दरसर झुका रहमत माँगने के इरादे से,उतरे खुदाई का फर्क बताने पर,खुदा बन गए, मुकरना ही ...
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