पॉल रिचर्ड ब्रास: कुँवर प्रांजल सिंह
राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के विद्वान प्रो. पॉल रिचर्ड ब्रास (जन्म: 8 नवम्बर 1936, अमेरिका) ने लगभग पांच दशकों ...
Home » 2022
राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के विद्वान प्रो. पॉल रिचर्ड ब्रास (जन्म: 8 नवम्बर 1936, अमेरिका) ने लगभग पांच दशकों ...
भरतमुनि का ‘नाट्यशास्त्र’ अपनी विषयगत व्यापकता और समग्रता के कारण आज भी नाटककारों के लिए प्रेरणा और चुनौती का विषय ...
विश्व कविता में प्रतिरोध की शानदार परम्परा रही है. रुसी कवि येवगेनी येव्तुशेन्को (18 जुलाई, 1932- 1 अप्रैल, 2017 ने ...
"कभी कभी आत्मा में धँसी सिर्फ़ एक पंक्ति कहने को/लिखता हूँ पूरी कविता " जैसे बीज में वृक्ष रहता है. ...
प्रो. रोहिणी अग्रवाल कई दशकों से स्त्रीवाद की सैद्धांतिकी और उसकी व्यावहारिक आलोचना के क्षेत्र में सक्रिय हैं. इस विषय ...
शेक्सपियर ने 1600 ईसवी के आप-पास नाटक ‘हैमलेट’ की रचना की थी. कई देशों में इसपर आधारित और इससे प्रभावित ...
मूर्तिकार अपने शिल्प में डूबा हुआ ख़ुद में डूब जाता है. रचनात्मकता भी अध्यात्म है. सृजनात्मक लोगों को अलग से ...
बसंत त्रिपाठी का नया कविता संग्रह ‘नागरिक समाज’ अभी-अभी सेतु प्रकाशन से छप कर आया है. इधर के कविता संग्रहों ...
बाल-अपराध बच्चों पर समाज की निष्ठुर हिंसा की बेबस प्रतिक्रिया है. ऐसा संवेदनशील समाज बनाने में हम असमर्थ रहें हैं ...
वरिष्ठ आलोचक और कला समीक्षक ज्योतिष जोशी की पुस्तक ‘तुलसीदास का स्वप्न और लोक’ इसी वर्ष सेतु प्रकाशन से प्रकाशित ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
सर्वाधिकार सुरक्षित © 2010-2022 समालोचन | powered by zwantum