विशेष प्रस्तुति: 2022 में किताबें जो पढ़ी गईं.
2022 की श्रेष्ठ पुस्तकें कौन-कौन सी हैं? इससे सार्थक मुझे यह लगा कि 2022 में किन किताबों को पढ़ा गया ...
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2022 की श्रेष्ठ पुस्तकें कौन-कौन सी हैं? इससे सार्थक मुझे यह लगा कि 2022 में किन किताबों को पढ़ा गया ...
वर्ष के अंत में अपने प्रिय कवियों में से एक पंकज सिंह पर आलोचक रविभूषण का यह आलेख: संस्मरण, आत्मवृत्तांत ...
ग्रामीण जीवन के राग-विराग को सुनना हो तो संस्मरणों को पढ़ना चाहिए. वरिष्ठ लेखक सत्यदेव त्रिपाठी की पुस्तक ‘मूक मुखर ...
अघटित के घटित होने का समय कुसमय ही होता है, उसे अभी इस समय में नहीं घटित होना था. राकेश ...
गणितज्ञ रामानुजन की स्मृति में 22 दिसम्बर को प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है. सुमीता ओझा साहित्य के ...
शचीन्द्र आर्य अपनी कविताओं में कुछ अलग और उसे अलग ढंग से कहने की मुखर मुद्रा में नहीं रहते पर ...
आनंद स्वरूप वर्मा अनुवाद के क्षेत्र में पिछले कई दशकों से सक्रिय हैं, अफ़्रीकी साहित्य के उनके अनुवादों ने हिंदी ...
सिनेमा से जुड़े अनुपम ओझा की इस लम्बी कविता में सिनेमा और चित्रकला का मिश्रण है. लुई बुनुवेल (Luis Buñuel) ...
पत्थर, बजरी, तीलियाँ और धागे आदि को मिलाकर कविता जैसी कोई कृति भी क्या बन सकती है. भोपाल में कुछ ...
भारतीय ज्ञान परम्परा से संवाद का प्रतिफल है प्रसिद्ध राजनीतिक शास्त्री मणीन्द्र नाथ ठाकुर की पुस्तक ‘ज्ञान की राजनीति: समाज ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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