आत्मालोचन की ज़मीन पर: ब्रज नंदन किशोर
दया शंकर शरण (10 सितम्बर, 1959: सीवान) अरसे से कविताएँ लिखते रहें हैं. इस वर्ष रुद्रादित्य प्रकाशन से उनका कविता ...
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दया शंकर शरण (10 सितम्बर, 1959: सीवान) अरसे से कविताएँ लिखते रहें हैं. इस वर्ष रुद्रादित्य प्रकाशन से उनका कविता ...
पवन माथुर वैज्ञानिक हैं और साहित्य में रुचि रखते हैं, उनके कई कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं. भाषा के वैज्ञानिक-अध्ययनों ...
कवि विनोद दास (10 अक्तूबर, 1955, बाराबंकी) साहित्यिक पत्रिका ‘अंतर्दृष्टि’ का लम्बे समय तक संपादन-प्रकाशन करते रहें हैं. विपुल अनुवाद ...
बसंत त्रिपाठी का नया कविता संग्रह ‘नागरिक समाज’ अभी-अभी सेतु प्रकाशन से छप कर आया है. इधर के कविता संग्रहों ...
वरिष्ठ आलोचक और कला समीक्षक ज्योतिष जोशी की पुस्तक ‘तुलसीदास का स्वप्न और लोक’ इसी वर्ष सेतु प्रकाशन से प्रकाशित ...
रश्मि शर्मा को वर्ष 2021 का छठा शैलप्रिया स्मृति सम्मान मिला है. कविता के साथ-साथ रश्मि कहानियां भी लिखती हैं. ...
हम नदियों की बात करते हैं, और निषादों को भूल जाते हैं, वे साहित्य और समाज से लगभग बहिष्कृत ही ...
‘खोई चीज़ों का शोक’ (2021) सविता सिंह का चौथा कविता-संग्रह है. 2001 में उनका पहला संग्रह ‘अपने जैसा जीवन’ प्रकाशित ...
वरिष्ठ आलोचक-लेखक रवि रंजन की पोलैंड की राजधानी वारसा प्रवास की साक्षी यह ‘वारसा डायरी’ संस्मरण और डायरी लेखन के ...
समझ में नहीं आता कि माध्यम को दोष दिया जाए कि जिनके हाथों में वह है उन्हें. टीवी की शुरुआत ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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