कृष्ण बलदेव वैद : तेजी ग्रोवर
तेजी ग्रोवर हमारे समय की विरल और विशिष्ट रचनाकार हैं. जहाँ उन्होंने नॉर्वीजी, स्वीडी, फ़्रांसीसी, लात्वी आदि भाषाओं के साहित्य ...
तेजी ग्रोवर हमारे समय की विरल और विशिष्ट रचनाकार हैं. जहाँ उन्होंने नॉर्वीजी, स्वीडी, फ़्रांसीसी, लात्वी आदि भाषाओं के साहित्य ...
वरिष्ठ कवयित्री,कथाकार और अनुवादक तेजी ग्रोवर की ‘नी मेरिए माँएँ’ शीर्षक से प्रकाशित माँ के लिए ग्यारह कविताएँ पढ़ते हुए ...
इक्कीसवीं सदी के बेकेट के रूप में विख्यात यून फ़ुस्से (1959) को 2023 के साहित्य का नोबेल पुरस्कार देते हुए ...
समालोचन ‘असहमति की सौ कविताएँ’ के अपने विशेष अंक का यह पहला हिस्सा प्रस्तुत कर रहा है. इसमें सच, साहस ...
आज हरजीत (१९५९-१९९९) होते तो अपना ६२वां जन्म दिन अपने यारों के साथ मना रहे होते. इस मकबूल शायर और ...
हिंदी की महत्वपूर्ण कवयित्री और अभी हाल ही में अनुवाद के लिए स्वीडन द्वारा नाईट की उपाधि से सम्मानित तेजी ...
‘A poem is never finished, only abandoned.’Paul Valeryनये वर्ष में इससे बेहतर और क्या हो सकता है कि हम कविता ...
अनुवाद दो भाषाओं को जहाँ जोड़ता है वहीं दो संस्कृतियों को मिलाता भी है. ‘इस्टोनिया’ की कवयित्री डोरिस कारेवा की ...
हिंदी में अनूदित पंजाबी कविताओं की इस श्रृंखला में अपने गुरप्रीत, बिपनप्रीत और भूपिंदरप्रीत की कविताएँ समालोचन पर पढ़ी हैं. ...
हरजीत सिंह (1959-22अप्रैल, 1999) की शख़्सियत और शायरी के सम्बन्ध में तेजी ग्रोवर की मदद से समालोचन की प्रस्तुति (4 ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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