फ़रीद ख़ाँ की कविताएँ
फरीद खान : 29 जनवरी 1975.पटना. पटना विश्वविद्यालय से उर्दू में एम. ए., इप्टा से वर्षों तक जुडाव.भारतेन्दु नाट्य अकादमी, लखनऊ से नाट्य कला में दो वर्षीय प्रशिक्षण.फिलहाल मुम्बई में व्यवसायिक...
फरीद खान : 29 जनवरी 1975.पटना. पटना विश्वविद्यालय से उर्दू में एम. ए., इप्टा से वर्षों तक जुडाव.भारतेन्दु नाट्य अकादमी, लखनऊ से नाट्य कला में दो वर्षीय प्रशिक्षण.फिलहाल मुम्बई में व्यवसायिक...
अरुण आदित्य : 1965, प्रतापगढ़ (उत्तर-प्रदेश)कविता-संग्रह \'रोज ही होता था यह सब\' प्रकाशित. इसी संग्रह के लिए मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी द्वारा दुष्यंत सम्मान से सम्मानित. एक उपन्यास \'उत्तर वनवास\'...
(पेंटिग : रज़ा)राकेश श्रीमाल : (१९६३, मध्य-प्रदेश) कवि, कथाकार, संपादक.मध्यप्रदेश कला परिषद की मासिक पत्रिका ‘कलावार्ता’ का संपादन. कला सम्पदा एवं वैचारिकी ‘क’ के संस्थापक मानद संपादक.‘जनसत्ता’ मुंबई में 10 वर्ष तक संपादकीय सहयोग. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय की...
मनोज छाबड़ (१०-२-१९७३,हिसार,हरियाणा)एक कविता संग्रह, ‘\'अभी शेष हैं इन्द्रधनुष’ वाणी से प्रकाशित है. हरियाणा साहित्य अकादमी से सर्वश्रेष्ठ काव्य-पुस्तक का सम्मान पा चुके हैं. चित्रकार, रंगकर्मी, करीब ३००० कार्टून प्रकाशित.मनोज की कविताएँ युवा होने के...
विमल कुमार की इन कविताओं में सपने की वह औरत और मूर्त हुई है. प्रेम अपने पुराने जख्म और नई चाह के साथ टेक की तरह लगभग हर कविता में...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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