समीक्षा

कृष्ण कल्पित की कविता :  सदाशिव श्रोत्रिय

कृष्ण कल्पित की कविता : सदाशिव श्रोत्रिय

अरुण कमल, नंदकिशोर आचार्य एवं गगन गिल के निर्णायक मंडल ने कृष्ण कल्पित को उनके कविता-संग्रह 'हिंदनामा’ के लिए प्रथम ‘डॉ. सावित्री मदन डागा स्मृति साहित्य सम्मान’ देने की घोषणा...

उत्सव का पुष्प नहीं हूँ: शिव किशोर तिवारी

उत्सव का पुष्प नहीं हूँ: शिव किशोर तिवारी

‘उत्सव का पुष्प नहीं हूँ’ अनुराधा सिंह का दूसरा कविता संग्रह है जिसे वाणी ने प्रकाशित किया है. वरिष्ठ लेखिका अनामिका के अनुसार अनुराधा लम्बी गहरी साँसों की तरह पूरे...

स्मृतियों का खिला फूल: स्वप्निल श्रीवास्तव

स्मृतियों का खिला फूल: स्वप्निल श्रीवास्तव

वरिष्ठ कथाकार अशोक अग्रवाल की पुस्तक ‘संग साथ’ के कुछ संस्मरण पत्रिकाओं में प्रकाशित होकर चर्चा के विषय रहें हैं. स्मृति, लगाव और जीवन की धूप-छाँव के निराले वृत्तकार के...

पच्छूँ का घर: प्रणव प्रियदर्शी

पच्छूँ का घर: प्रणव प्रियदर्शी

चंद्रभूषण का लिखा ‘पच्छूँ का घर’ उस कार्यकर्ता की कहानी है जिसने जनसंघर्षों का वह दौर देखा है जिसमें वैचारिकता, प्रतिबद्धता और भावावेश का उत्कट समावेश था, यह कार्यकर्ता उसका...

पानी जैसा देस:  शिव किशोर तिवारी

पानी जैसा देस: शिव किशोर तिवारी

इधर हिंदी में विषय केन्द्रित कई कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं जिनमें विनय कुमार की ‘यक्षिणी’ चर्चित रही है. उनका नया संग्रह पानी पर केन्द्रित है. इस संग्रह की विवेचना...

तुम्हारी औक़ात क्या है पीयूष मिश्रा: प्रीति चौधरी

तुम्हारी औक़ात क्या है पीयूष मिश्रा: प्रीति चौधरी

रंगकर्मी, अभिनेता, गीतकार आदि पीयूष मिश्रा की आत्मकथा ‘तुम्हारी औक़ात क्या है पीयूष मिश्रा’ शीर्षक से राजकमल से अभी-अभी प्रकाशित हुई है. वैसे हिंदी फ़िल्मों की चर्चित हस्तियों की आत्मकथाएं...

गांधी और सरलादेवी चौधरानी:  प्रीति चौधरी

गांधी और सरलादेवी चौधरानी: प्रीति चौधरी

आधुनिक भारत के निर्णायक व्यक्तित्व गांधी और सौंदर्य, प्रतिभा तथा चेतना की प्रतिमूर्ति सरलादेवी चौधरानी के बीच विचलित कर देने वाली प्रेम की यह महत्वाकांक्षी कथा सरलादेवी की विकलता और...

आउशवित्ज़: गरिमा श्रीवास्तव और प्रवीण कुमार

आउशवित्ज़: गरिमा श्रीवास्तव और प्रवीण कुमार

‘आउशवित्ज़: एक प्रेम कथा’, स्त्रीवादी लेखिका और आलोचक गरिमा श्रीवास्तव का पहला उपन्यास है. 2018 में प्रकाशित क्रोएशिया प्रवास की डायरी ‘देह ही देश’ में युद्धों में स्त्री यातना का...

मिथिलेश्वर की कहानियाँ: पूनम सिन्हा

मिथिलेश्वर की कहानियाँ: पूनम सिन्हा

वरिष्ठ कथाकार मिथिलेश्वर (जन्म: 31दिसम्बर,1950) का नया कहानी संग्रह, ‘‘रैन भई चहुँ देस’ इन्द्रप्रस्थ प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है. यह उनका 12 वां संग्रह है. इस संग्रह की चर्चा कर...

अपनों के बीच अजनबी: प्रणव प्रियदर्शी

अपनों के बीच अजनबी: प्रणव प्रियदर्शी

फ़रीद ख़ाँ मुंबई में टीवी और फ़िल्मों के लिए पटकथा लिखते हैं. हिंदी के कवि हैं. अभी उनकी पुस्तक आई है- ‘अपनों के बीच अजनबी’ जिसकी भूमिका नसीरुद्दीन शाह ने...

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