कथक नृत्यांगना पंखुड़ी से के. मंजरी श्रीवास्तव की बातचीत, 2023
29 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया जाता है. नृत्य की स्वीकार्यता हिंदी क्षेत्रों में लगभग नहीं है. सजीव प्रस्तुतियों ...
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29 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया जाता है. नृत्य की स्वीकार्यता हिंदी क्षेत्रों में लगभग नहीं है. सजीव प्रस्तुतियों ...
के. मंजरी श्रीवास्तव रंगमंच की देसी-विदेशी गतिविधियों से गहरे जुड़ी हैं. युवा नाट्य निर्देशकों के रंगमंचीय प्रयोगों को वह उत्सुकता ...
भारत जैसे देश में विडम्बनाओं का अंत नहीं, जिस संस्कृति ने प्रेम और दाम्पत्य का अद्भुत ग्रन्थ ‘कामसूत्र’ दिया हो, ...
मशहूर छापा कलाकार पद्मश्री श्याम शर्मा से (जन्म: 8 फरवरी 1941) के. मंजरी श्रीवास्तव की यह बातचीत छापा कला (प्रिंट ...
महात्मा गांधी का ‘ब्रह्मचर्य प्रयोग’ गांधीवादियों को भी नहीं जचता था, अधिकतर संशय से देखते थे, कुछ ने बाद में ...
अपने प्रिय साहित्यकारों को उनके जन्म दिन के बहाने याद करने का जतन हम सब करते ही हैं. आज मणिपुरी ...
कलाओं के क्षेत्र में मध्य प्रदेश द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित कालिदास सम्मान (2021) रंगमंच लिए राजीव वर्मा को आज ...
गांधी सप्ताह के इस समापन अंक में आप युवा अध्येता रूबल और लेखिका के. मंजरी श्रीवास्तव की गांधी और स्त्री-प्रश्न ...
वरिष्ठ लेखक और नाटककार असग़र वजाहत ने 2012 में नाटक लिखा था- ‘गोडसे@गांधी. कॉम’. इधर उन्होंने अपना नया नाटक पूरा ...
आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जीवित रहते तो 153 साल के होते. इसी देश में, स्वतंत्र भारत में अपनी स्वाभाविक उम्र ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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