भय: होमेन बरगोहाईं: अनुवाद : रीतामणि वैश्य
हम सब अनूदित संस्कृतियों के नागरिक हैं. इस अनुवाद में बड़ा हिस्सा कविता का है. धर्मग्रन्थ एक समय कविता की ...
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हम सब अनूदित संस्कृतियों के नागरिक हैं. इस अनुवाद में बड़ा हिस्सा कविता का है. धर्मग्रन्थ एक समय कविता की ...
‘उत्सव का पुष्प नहीं हूँ’ अनुराधा सिंह का दूसरा कविता संग्रह है जिसे वाणी ने प्रकाशित किया है. वरिष्ठ लेखिका ...
इधर हिंदी में विषय केन्द्रित कई कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं जिनमें विनय कुमार की ‘यक्षिणी’ चर्चित रही है. उनका ...
१९४३ के आस-पास लिखी गयी बांग्ला भाषा के प्रमुख कथाकार माणिक वंद्योपाध्याय की कहानी ‘विवेक’ प्रस्तुत है जिसका अनुवाद शिव ...
जेम्स ज्वायस (2 फरवरी,1882 – 13 जनवरी,1941) की कहानियों के शिव किशोर तिवारी द्वारा किये गये अनुवाद आप समालोचन पर ...
जेम्स ज्वायस (2 फरवरी, 1882 – 13 जनवरी, 1941) की कहानी एवलीन का यह अनुवाद शिव किशोर तिवारी ने मूल ...
जेम्स ज्वायस (2 फरवरी, 1882 – 13 जनवरी, 1941) बीसवीं शताब्दी के कुछ महत्वपूर्ण लेखकों में से एक हैं. उनकी ...
जीवनानंद दास (17 February 1899- 22 October 1954) साहित्य अकादेमी द्वारा पुरस्कृत पहले बांग्ला कवि हैं. उन्हें ‘कवियों के कवि’ ...
माणिक बंद्योपाध्याय(9 May 1908 – 3 December 1956) की १९४४ में लिखी प्रसिद्ध कहानी ‘स्वामी-स्त्री’ का बांग्ला से हिंदी में ...
साहित्य के गहरे और सतर्क अध्येता-आलोचक शिवकिशोर तिवारी ने इस महत्वपूर्ण कहानी का परीक्षण किया है. इसके स्रोतों तक उनका ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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