हिरणी का विनय पत्र ! : बोधिसत्व
लोक सहज ही मार्मिक है, विशिष्ट को साधारण बनाकर सुख-दुःख उससे जोड़ देता है. जिसे शास्त्र कहने में हिचकते हैं ...
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लोक सहज ही मार्मिक है, विशिष्ट को साधारण बनाकर सुख-दुःख उससे जोड़ देता है. जिसे शास्त्र कहने में हिचकते हैं ...
रूपम मिश्र का पहला कविता संग्रह ‘एक जीवन अलग से’ अभी प्रकाशित ही हुआ है. उनकी प्रेम कविताओं में भी ...
कविता कविता होती है या फिर नहीं होती, ‘गद्य कविता’ जैसी कोई चीज नहीं है. जिसे हम ‘गद्य कविता’ कहते ...
शिरीष कुमार मौर्य की चर्यापद श्रृंखला की 17 कविताएँ 2019 में यहीं प्रकाशित हुईं थीं. इनकी पर्याप्त चर्चा हुई. कुमार ...
ज्योति शर्मा की कविताओं का मूल स्वर करुणा है. युवा कवि की भाषा और शिल्प को लेकर जो अपेक्षा रहती ...
श्रीधर करुणानिधि के दो कविता संग्रह प्रकाशित हुए हैं, उनकी कुछ नई कविताएँ पढ़िए.
फ़रवरी प्रेम का महीना है, यह बदलाव और सृजन का भी है. इस कविता में विडंबनाओं की जलती हुई सीढ़ियाँ ...
राकेश मिश्र की इन नयी कविताओं में जीवन का वह पक्ष संवेदित हुआ है, जिस पर लिखना आसान नहीं. मृत्यु ...
वर्ष 2023 की शुरुआत करते हुए प्रस्तुत है नेहा नरूका की नयी कविताएँ. क्या साहसिक कविताएँ हैं ? बहुत प्रभावशाली. ...
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