साथ-साथ: गगन गिल
इस ‘साथ-साथ’ में दिल्ली का करोल बाग है. घर-परिवार, दोस्त और मुलाक़ातें हैं. भीष्म साहनी की शोर करती मोटर साइकिल ...
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इस ‘साथ-साथ’ में दिल्ली का करोल बाग है. घर-परिवार, दोस्त और मुलाक़ातें हैं. भीष्म साहनी की शोर करती मोटर साइकिल ...
हिंदी की महत्वपूर्ण कवयित्री गगन गिल (1959) के पांच कविता संग्रह प्रकाशित हैं- ‘एक दिन लौटेगी लड़की’ (1989), ‘अँधेरे में ...
प्रसिद्ध शिल्पकार शम्पा शाह साहित्य से गहरे आबद्ध हैं. आदिवासी कला आदि पर उनका लिखा महत्व का है. गगन गिल ...
वरिष्ठ लेखिका गगन गिल के पांच कविता संग्रह और चार गद्य कृतियाँ आदि प्रकाशित हैं, उन्होंने टाइम्स ऑफ़ इण्डिया समूह ...
साहित्य एवं कला की पत्रिका ‘क’ के संपादक विजय शंकर को दुनिया जानती है. क्या कवि विजय शंकर से हम ...
हिंदी में लेखक और प्रकाशक के बीच जिस वस्तु की सबसे अधिक उपेक्षा होती है वह है लेखक की बिकी ...
आज बसंत पंचमी है. धूप खिली है, जैसे बसंत का संदेश लेकर आयी हो. आज महत्वपूर्ण कवयित्री सविता सिंह का ...
गगन गिल की कविताएँ हों या गद्य वह ख़ुद में उतर कर लिखती हैं, संवेदनशीलता, मार्मिकता और संक्षिप्तता उनके गद्य ...
लेखिका दीपक शर्मा के अब तक उन्नीस कथा-संग्रह प्रकाशित हुए हैं. आपने उनकी कितनी चर्चा सुनी है ? अव्वल तो ...
गगन गिल का नया कविता संग्रह ‘मैं जब तक आयी बाहर’ वाणी प्रकाशन से अभी-अभी प्रकाशित हुआ है. उनके प्रशंसकों ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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