यून फ़ुस्से: बेआवाज़ का बोलना: तरुण भटनागर
2023 के संभावित नोबेल विजेताओं में चीन की लेखिका कैन जू (Can Xue), जापान के उपन्यासकार हारुकी मुराकामी, भारतीय मूल ...
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2023 के संभावित नोबेल विजेताओं में चीन की लेखिका कैन जू (Can Xue), जापान के उपन्यासकार हारुकी मुराकामी, भारतीय मूल ...
कथाकार तरुण भटनागर इतिहास में गहन रुचि रखते हैं, इधर वह मध्यकालीन गुलाम वंश पर आधारित अपने महत्वाकांक्षी उपन्यास ‘शिकारगाह’ ...
हिंदी के साहित्यकारों द्वारा साहित्य के इतर अन्य विषयों और अनुशासनों पर लिखने की परम्परा रही है. ख़ुद महावीरप्रसाद द्विवेदी ...
गणित में शून्य के महत्व से आज हम सब भलीभांति परिचित हैं, दर्शन में भी शून्य का अपना अर्थ है. ...
समकालीन प्रमुख कथाकार तरुण भटनागर के उपन्यासों- ‘लौटती नहीं जो हँसी’, ‘राजा, जंगल, और काला चाँद’ तथा ‘बेदावा’ पर आधारित ...
भारत में राज्यों के उत्थान-पतन के अलावा भी अन्य क्षेत्र हैं जिनमें इतिहास को जाना चाहिए, जैसे केशविन्यास, वस्त्र, भोजन, ...
सुपरिचित कथाकार तरुण भटनागर के कहानी संग्रह ‘प्रलय में नांव’ की समीक्षा कर रहें हैं- रमेश अनुपम. शीर्षक कहानी के ...
कथाकार-लेखक तरुण भटनागर के ‘भारत के विस्मृत नगर’ श्रृंखला में आपने मध्य-प्रदेश के ‘ऐरिकिण’ के विषय में पढ़ा है, इस ...
प्राचीन भारतीय नगरों के बनने, मिटने और खोजने की गाथा ‘भारत के विस्मृत नगर’ की पहली कड़ी ऐरण अर्थात ऐरिकिण ...
"तरुण भटनागर की कहानी ‘प्रलय में नाव' एक अर्थ में पौराणिक कथा का पुनराख्यान कही जा सकती है, जहां नूह के ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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