सौमित्र मोहन: अशोक अग्रवाल
दस खंडों में विभक्त सौमित्र मोहन की लम्बी कविता ‘लुकमान अली’ ‘कृतिपरिचय’ पत्रिका में 1968 में प्रकाशित हुई थी. इस ...
दस खंडों में विभक्त सौमित्र मोहन की लम्बी कविता ‘लुकमान अली’ ‘कृतिपरिचय’ पत्रिका में 1968 में प्रकाशित हुई थी. इस ...
वरिष्ठ कथाकार अशोक अग्रवाल लम्बी बीमारी के बाद स्वस्थ हुए हैं, इसका प्रमाण यह आत्मीय, दिलचस्प संस्मरण है. निर्मल वर्मा ...
नवीन सागर (29 नवम्बर, 1948-14 अप्रैल, 2000) की रचनात्मक दुनिया में कविताएँ, कहानियां, बाल साहित्य और चित्र आदि शामिल हैं. ...
कथाकार अशोक अग्रवाल की कवि पंकज सिंह से गहरी आत्मीयता थी, वह उनके जीवन और रचनाकर्म दोनों के सहभागी थे. ...
वरिष्ठ कथाकार अशोक अग्रवाल के संस्मरण इधर सामने आये हैं और चर्चित भी हुए हैं, ज्ञानेन्द्रपति पर यह संस्मरण बनारस ...
साहित्य का भी तलघर होता है, जहाँ चेहरे नहीं होते, होते भी हैं तो धुंधले और स्मृतियों से कब के ...
छायाकार अशोक माहेश्वरी को ज्यादा लोग संभव है नहीं जानते हों, उनके खींचे फोटो भी नहीं दिखते. अशोक अग्रवाल ने ...
जितेन्द्र कुमार (1936-2006) ने कहानियां लिखीं, कविताएँ लिखीं और एक लेखक का जीवन जिया. वे जब थे तब उन्हें विस्मय ...
किसी भी भारतीय लेखक के लिए पांच दशकों का सक्रिय रचनात्मक जीवन आसन नहीं होता, ख़ासकर हिंदी का कथाकार जो ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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