आलेख

पूर्वी उत्तर प्रदेश की उर्दू पत्रिकाएँ : शुभनीत कौशिक

पूर्वी उत्तर प्रदेश की उर्दू पत्रिकाएँ : शुभनीत कौशिक

जो स्थिति आज अंग्रेजी भाषा की है, मध्यकाल में लगभग वही स्थान फ़ारसी भाषा का था. 1837 में ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में फ़ारसी की...

कथाकहन विज्ञान : प्रमोद कुमार शाह

कथाकहन विज्ञान : प्रमोद कुमार शाह

हिंदी में ‘नैरेटिव’ शब्द का उपयोग होता आया है. इसका एक पूरा शास्त्र है. जिसे नैरेटोलाजी कहते हैं और जिसका हिंदी अनुवाद है– ‘कथाकहन विज्ञान’. इसकी चर्चा कर रहे हैं-...

तानाशाह की स्त्रियाँ : अमरेन्द्र कुमार शर्मा

तानाशाह की स्त्रियाँ : अमरेन्द्र कुमार शर्मा

फासीवाद भी एक विचारधारा है और तानाशाहों को समर्पित स्त्रियाँ मिल ही जाती हैं. इटली के तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी के जीवन में चार स्त्रियाँ थीं- इडा डालेसर, राचेल मुसोलिनी, क्लारा...

विनोद कुमार शुक्ल को 59 वाँ ज्ञानपीठ पुरस्कार :  संजीव बख्‍शी

विनोद कुमार शुक्ल को 59 वाँ ज्ञानपीठ पुरस्कार : संजीव बख्‍शी

हिंदी के अग्रगण्य साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल को वर्ष २०२४ के लिए प्रतिष्ठित 59 वाँ ज्ञानपीठ पुरस्कार देने की घोषणा हुई है. यह भारत का सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान है, जिसे...

हंसा जाई अकेला : राकेश बिहारी

हंसा जाई अकेला : राकेश बिहारी

प्रसिद्ध कथाकार और ‘कथा’ पत्रिका के संपादक मार्कण्डेय (2 मई 1930 - 18 मार्च 2010) की आज पुण्यतिथि है. उन्हें स्मरण करते हुए इस अवसर पर उनकी प्रसिद्ध कहानी ‘हंसा...

मनु गांधी की डायरी : रूबल

मनु गांधी की डायरी : रूबल

मनु गांधी की डायरी का दूसरा हिस्सा श्री त्रिदीप सुहृद द्वारा गुजराती से संपादित और अनूदित होकर अंग्रेजी में प्रकाशित हुआ है. यह हिस्सा महत्वपूर्ण इसलिए है कि इसमें महात्मा...

चनाब की धार में सोबती का लोकतन्त्र :सन्तोष अर्श

चनाब की धार में सोबती का लोकतन्त्र :सन्तोष अर्श

युवा आलोचक सन्तोष अर्श का यह आलेख जितना कृष्णा सोबती पर है उतना ही आज के भारतीय लोकतंत्र पर भी. मनुष्य की स्वतंत्रता और गरिमा का सवाल लोकतंत्र का मूल...

Page 3 of 37 1 2 3 4 37

फ़ेसबुक पर जुड़ें