आधिपत्य और अधीन के समीकरणों की कविताएँ: विजय कुमार
अनुराधा सिंह के कविता संग्रह ‘उत्सव का पुष्प नहीं हूं’ पर वरिष्ठ कवि-लेखक विजय कुमार की यह समीक्षा देखें.
अनुराधा सिंह के कविता संग्रह ‘उत्सव का पुष्प नहीं हूं’ पर वरिष्ठ कवि-लेखक विजय कुमार की यह समीक्षा देखें.
श्यामसुन्दर दास द्वारा संपादित और नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा 1928 में प्रकाशित ‘कबीर ग्रन्थावली’ का परिमार्जित पाठ विख्यात आलोचक-लेखक पुरुषोत्तम अग्रवाल ने तैयार किया है और इसकी एक सुगठित और...
‘चाय पर शत्रु-सैनिक’ कविता के लिए विहाग वैभव को 2018 का भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार मिल चुका है. चयनकर्ता थे वरिष्ठ कवि अरुण कमल. इसी सितम्बर (2023) में पटना में वरिष्ठ...
कथाकार व यात्रा-लेखक अनिल यादव द्वारा हिंदी में अनूदित ‘इंडियंस’ नमित अरोरा का चर्चित यात्रा-वृत्तांत है जिसे ‘एक सभ्यता की यात्रा’ कहा गया है और जो पेंग्विन स्वदेश से छपा...
क्या कहती है यह पुस्तक. आइये जानते हैं.
क्या कहती है यह पुस्तक. आइये जानते हैं.
जयशंकर प्रसाद हिंदी साहित्य के लिए जितना कर सकते थे अधिकतम किया. कविता, कहानी, उपन्यास, और नाटक के क्षेत्रों में उनका काम कालजयी है. ऐसे केन्द्रीय व्यक्तित्व पर हिंदी में...
प्रसिद्ध कवि और लेखिका अनामिका का नया उपन्यास वाणी से प्रकाशित हुआ है, ‘तृन धरि ओट’ जो रामायण की सीता पर आधारित है. यह सीता का समकालीन पाठ करता है....
अपनी पहली ही पुस्तक, ‘The Hindi Public Sphere 1920-1940: Language and Literature in the Age of Nationalism, से विश्वभर में विख्यात लंदन विश्वविद्यालय (SOAS) की प्रोफ़ेसर फ़्रांचेस्का ऑर्सीनी की नयी...
पुरातन जैन-साहित्य और प्राकृत-अपभ्रंश की पांडुलिपियों के अनुसंधान और संपादन में मुनि जिनविजय (1888-1976) का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है, वह स्वाधीनता आंदोलन से भी जुड़े रहे. उनके ‘आत्म वृत्तान्त’ और...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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