उपशीर्षक: सारंग उपाध्याय
कुमार अम्बुज हिंदी के महत्वपूर्ण कवि हैं, इस वर्ष आया उनका नया कविता संग्रह- ‘उपशीर्षक’ हिंदी कविता में रेखांकित करने ...
कुमार अम्बुज हिंदी के महत्वपूर्ण कवि हैं, इस वर्ष आया उनका नया कविता संग्रह- ‘उपशीर्षक’ हिंदी कविता में रेखांकित करने ...
ज्ञान चंद बागड़ी के उपन्यास ‘आख़िरी गाँव’ ने ध्यान खींचा है, इधर उनकी कहानियां भी सामने आ रहीं हैं जो ...
रंजना मिश्र अरसे से कविताएँ लिख रहीं हैं, अब उनका पहला कविता संग्रह- ‘पत्थर समय की सीढ़ियाँ’, लिटिल बर्ड पब्लिकेशन्स, ...
कला और साहित्य का असर राजनीति की तरह तत्काल नहीं दिखता पर होता गहरा है. सहृदय, विवेकवान और उदार मनुष्यता ...
हिंदी में लेखक और प्रकाशक के बीच जिस वस्तु की सबसे अधिक उपेक्षा होती है वह है लेखक की बिकी ...
‘मधुमती’ पत्रिका के यशस्वी संपादक ब्रजरतन जोशी कविताएँ भी लिखते हैं. शब्द और भाषा पर केन्द्रित उनकी कुछ कविताएँ प्रस्तुत ...
अविनाश नयी पीढ़ी के रचनाकार हैं, कुछ कहानियाँ और एक उपन्यास प्रकाशित है. उनकी कुछ नयी कविताएँ प्रस्तुत हैं.
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ का आज जन्म दिन है आज ही के दिन 7 मार्च,1911 को कुशीनगर में उनका जन्म ...
युद्ध वर्तमान और भविष्य को ही प्रभावित नहीं करता वह भूत को भी बदल देता है. रूस द्वारा यूक्रेन के ...
गणित में शून्य के महत्व से आज हम सब भलीभांति परिचित हैं, दर्शन में भी शून्य का अपना अर्थ है. ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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