भारतीय दर्शन में काल चिंतन: प्रचण्ड प्रवीर
दर्शन गूढ़ है पर जटिलता तो आधुनिक युग की विशेषता ही है. अवधारणाओं को सहज करके समझने की भी सीमा ...
दर्शन गूढ़ है पर जटिलता तो आधुनिक युग की विशेषता ही है. अवधारणाओं को सहज करके समझने की भी सीमा ...
विनोद शाही सच्चे अर्थों में चिंतक-लेखक हैं. उनकी आलोचना दृष्टि में साहित्य, समाज और उनसे जुड़ी विचारधाराओं की गत्यात्मकता की ...
अरबी कविता में युगांतर उपस्थित करने वाले और विश्व के श्रेष्ठ कवियों में से एक अदूनिस (अली अहमद सईद अस्बार, ...
जापानी कथाकार हारुकी मुराकामी आज विश्व के कुछ जाने माने कथाकारों में से एक माने जाते हैं, उन्हें खूब पढ़ा ...
हरि मृदुल की कविताएँ पहाड़ की थाप पर थिरकती हैं, वहां की हवा, बहता पानी और लोक-कंठ उनकी कविताओं में ...
रोहिणी अग्रवाल की पहचान कथा आलोचक की है पर उनके अंदर कविता की नदी भी है, इसका बहना इधर ही ...
अनुवाद के क्षेत्र में प्रभात मिलिंद अर्से से सक्रिय हैं, इस वर्ष उनके पहले कविता संग्रह के आने की उम्मीद ...
दुमका (झारखण्ड) के राही डूमरचीर की कविताएँ बता देती हैं कि वे आदिवासी समाज के सरोकारों से जुड़ी हैं. मिथकों ...
वरिष्ठ पत्रकार और लेखक उर्मिलेश का यात्रा-संस्मरण ‘मेम का गाँव गोडसे की गली’ संभावना प्रकाशन से इसी वर्ष प्रकाशित हो ...
रहीम (17 दिसम्बर, 1556 – 1 अक्तूबर, 1627) को हिंदी पढ़ने वाले उनके नीति के दोहों के कारण जानते हैं ...
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