बिरजू महाराज: के. मंजरी श्रीवास्तव
भारतीय नृत्य के प्रतीक कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज का पिछले दिनों 17 जनवरी (२०२२) को देहावसान हो गया. वह ...
भारतीय नृत्य के प्रतीक कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज का पिछले दिनों 17 जनवरी (२०२२) को देहावसान हो गया. वह ...
शब्द की साधना में ऐसी अवस्था आती है जब शब्द पिघलने लगते हैं, अर्थ उनका अभीष्ट नहीं रह जाता, वे ...
नाटककार और वरिष्ठ रंगकर्मी रतन थियाम (जन्म: 20 जनवरी 1948, मणिपुर) से रंगमंच और कलाओं में सौन्दर्यबोध की अवधारणा को ...
हर अच्छे इंसान का एक घर होता है चाहे वह बे-घर ही क्यों न हो जहाँ से उसे अच्छे बने ...
समाज-विज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र पर मूल रूप से हिंदी में लिखने वाले स्तरीय लेखक कम हैं. हिंदी के विषयों पर लिखने ...
जन्मतिथि संकेत है वहीं स्मृति का पृष्ठ भी, जहाँ पिछला सबकुछ लिखा होता है और आगत की उम्मीद का नया ...
विश्व के महानतम निर्देशकों में से एक रूस के आंद्रेई तारकोवस्की द्वारा निर्देशित फ़िल्मों के काव्यत्व की चर्चा होती रही ...
राकेश मिश्र का चौथा कविता संग्रह- ‘शब्दों का देश’ राधाकृष्ण से २०२१ में प्रकाशित हुआ है, कवि की विकास यात्रा ...
लखनऊ की संस्कृति में रचे बसे और उसकी बुनावट के गहरे जानकार योगेश प्रवीन पर लिखते हुए संतोष अर्श ने ...
प्रसिद्ध गांधीवादी और पर्यावरण संरक्षण के लिए चले चिपको आंदोलन के प्रणेता सुंदरलाल बहुगुणा (9 जनवरी सन 1927 - 21 ...
समालोचन साहित्य, विचार और कलाओं की हिंदी की प्रतिनिधि वेब पत्रिका है. डिजिटल माध्यम में स्तरीय, विश्वसनीय, सुरुचिपूर्ण और नवोन्मेषी साहित्यिक पत्रिका की जरूरत को ध्यान में रखते हुए 'समालोचन' का प्रकाशन २०१० से प्रारम्भ हुआ, तब से यह नियमित और अनवरत है. विषयों की विविधता और दृष्टियों की बहुलता ने इसे हमारे समय की सांस्कृतिक परिघटना में बदल दिया है.
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