विशेष

गांधी और तत्कालीन हिंदी पत्रिकाएँ:  सुजीत कुमार सिंह

गांधी और तत्कालीन हिंदी पत्रिकाएँ: सुजीत कुमार सिंह

महात्मा गांधी ने सिर्फ़ राजनीतिक परिवर्तन का रास्ता ही प्रशस्त नहीं किया भारतीय समाज को सत्य, करुणा और बराबरी के वैश्विक मूल्यों से जोड़ने का भी प्रयास किया. सच्चे अर्थों...

गांधी अगर पाकिस्तान जाते तो क्या होता ?: असग़र वजाहत से  के. मंजरी श्रीवास्तव की बातचीत

गांधी अगर पाकिस्तान जाते तो क्या होता ?: असग़र वजाहत से के. मंजरी श्रीवास्तव की बातचीत

वरिष्ठ लेखक और नाटककार असग़र वजाहत ने 2012 में नाटक लिखा था- ‘गोडसे@गांधी. कॉम’. इधर उन्होंने अपना नया नाटक पूरा किया है ‘पाकिस्तान में गांधी’ जो अब प्रकाशित होने वाला...

हे रा म: दास्तान-ए-क़त्ल-ए-गांधी:  कृष्ण कल्पित

हे रा म: दास्तान-ए-क़त्ल-ए-गांधी: कृष्ण कल्पित

राष्ट्रपिता गांधी की हत्या भारतीय सभ्यता का ऐसा घाव है जो अभी भी खुला हुआ है और दुखता रहता है. महात्मा गांधी की हत्या के कई संगठित प्रयास ३० जनवरी,...

बा की छवि: तुषार गांधी से के. मंजरी श्रीवास्तव की बातचीत

बा की छवि: तुषार गांधी से के. मंजरी श्रीवास्तव की बातचीत

आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जीवित रहते तो 153 साल के होते. इसी देश में, स्वतंत्र भारत में अपनी स्वाभाविक उम्र भी नहीं पूरी कर पाए गांधी जी. साम्प्रदायिकता ने उनकी...

बुलडोज़र: कविताएँ (दो)

बुलडोज़र: कविताएँ (दो)

बीसवीं शताब्दी को प्रसिद्ध इतिहासकार एरिक हॉब्सबॉम ने अतियों का युग (The Age of Extremes) कहा है. 21वीं शताब्दी में अति विचारधारा है. इस अति के पहाड़ को तकनीक ने...

बुलडोज़र: कविताएँ

बुलडोज़र: कविताएँ

कविताएँ प्रतीकों का इस्तेमाल करती हैं, उन्हें बदल भी देती हैं और उनके सामने प्रतिरोध में खड़ी भी हो जाती हैं. आज बुलडोजर सिर्फ़ यंत्र नहीं है, वह सत्ता के...

कोरोना काल में चित्रकार: संयोजन राकेश श्रीमाल

कोरोना काल में चित्रकार: संयोजन राकेश श्रीमाल

आइडिया ऑफ़ समालोचन यह था/है कि यह निरी साहित्य की ही पत्रिका न रहे दूसरे सामाजिक अनुशासनों से भी संवादरत रहे और कला के दीगर माध्यमों से भी जुड़ी रहे....

मुस्लिम स्त्रियों की आत्मकथाएं : गरिमा श्रीवास्तव

मुस्लिम स्त्रियों की आत्मकथाएं : गरिमा श्रीवास्तव

प्रो. गरिमा श्रीवास्तव का शोध आलेख ‘चुप्पियाँ और दरारें’ मुस्लिम स्त्रियों की आत्मकथाओं का विस्तृत विश्लेषण विवेचन करता है, इनमें साहित्य, संस्कृति और राजनीति से जुड़ी प्रसिद्ध स्त्रियाँ भी शामिल...

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